पीजी उपज के बारे में जानकारी
पीजी उपज वह व्यवसाय है जिसमें फल तथा सब्जियों का उत्पादन और उपजाऊ फसल का प्रबंधन किया जाता है। यह व्यवसाय बड़े स्तर पर भी किया जा सकता है जिससे किसानों को अधिक आय, अधिक उत्पादकता तथा अधिक समय मिलता है।
पीजी उपज व्यवसाय में जोखिमों को कम करने के लिए कई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है जिससे उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है। कुछ तकनीक ये हैं –
1. जल निर्णय और जल संसाधन का प्रबंधन – उत्पादन को बढ़ाने के लिए, बिजली, सेंसर तथा जल के संचार के लिए आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करना आवश्यक होता है।
2. बीजों के चयन का प्रबंधन – सही तरह से चुने हुए बीज उत्पादकता को बढ़ाते हैं। इसलिए, बिजाई के समय बीजों को चयन करने के लिए आधुनिक रोबोटिक हाथों का भी प्रयोग किया जाता है।
3. रोटेशनल क्रॉपिंग – ये एक तकनीक है जिसमें समय के साथ उत्पादन को बढ़ाया जाता है। प्रत्येक साल नई फसल का प्रबंधन करके, प्रकृति और जैव जगत में संतुलन को बढ़ाया जा सकता है।
पीजी उपज व्यवसाय में समय तथा उपजाऊ फसल के बीच लगातार संतुलन बना रखना आवश्यक होता है। इसलिए, अधिक आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करके पेशे से इस बिजनेस में काम करने वालों को अपने आप को अपडेट रखना आवश्यक होता है।
इसलिए, पीजी उपज व्यवसाय को सफल बनाने के लिए दुनियाभर में अधिकतर देशों में उत्पादक तथा बिजनेस लोगों को हमेशा नए तकनीकों के बारे में जानकारी रहनी चाहिए।